SAIL Bonus Meeting 2025: दिल्ली में सुलगने वाला है संग्राम, जानिए क्या है AITUC की रणनीति

– DIGITAL BHILAI NEWS –
– 19 – सितम्बर – 2025 – (BONUS NJCS MEETING UPDATE)
- कल यानी 20 सितम्बर 2025 को स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) की बहुप्रतीक्षित बोनस मीटिंग होने जा रही है।
- यह बैठक India Habitat Centre, नई दिल्ली में तय की गई है, जहां SAIL प्रबंधन और एनजेसीएस (National Joint Committee for Steel) के शीर्ष यूनियन नेता आमने-सामने होंगे।
- इस बैठक का एजेंडा है Annual SAIL Performance Linked Incentive Scheme (ASPLIS) 2025-26, जिसे आम भाषा में कर्मियों का बोनस फॉर्मूला कहा जाता है, जो की शुरुवात से ही विवादित रहा है।
- आइये जानते है डिजिटल भिलाई न्यूज़ से बातचीत में एटक यूनियन ने क्या बताई अपनी रणनीति?
बैकग्राउंड: BONUS पर विवाद क्यों गहराया?
SAIL में बोनस हमेशा से एक संवेदनशील मुद्दा रहा है।
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पिछले साल कर्मियों को ₹26,500 का चूरन बोनस मिला था।
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लेकिन विवाद इस बात पर हुआ कि यह बोनस बिना यूनियन (एनजेसीएस) सहमति के सीधे कर्मियों के खातों में डाल दिया गया था।
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यूनियनों ने इसका विरोध किया और CLC (Chief Labour Commissioner) को पत्र भेजकर अपनी आपत्ति दर्ज करवाई।
👉NJCS यूनियन का कहना है प्रबंधन द्वारा बोनस वितरण की प्रक्रिया में यूनियन की भूमिका को दरकिनार किया गया।
AITUC नेता विद्दा सागर गिरी ने क्या कहा?
Digital Bhilai News से बातचीत में AITUC के वरिष्ठ नेता विद्दा सागर गिरी ने साफ कहा कि—
“हम इस बार ₹26,500 से ज्यादा बोनस की डिमांड करेंगे। बातचीत प्रोडक्शन, प्रोडक्टिविटी और मैनपावर आदि को ध्यान में रखकर होगी। खासतौर पर हमारे कैप्टिव माइंस के मजदूरों की मेहनत को भी हम बातचीत में उठाएंगे।”
उन्होंने आगे यह भी जोड़ा कि—
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पिछले साल की एकतरफा बोनस वितरण की शिकायत यूनियन पहले ही CLC और प्रबंधन को दर्ज करा चुकी है।
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कल की बैठक में सभी यूनियन मिलकर प्रबंधन को घेरेंगी और कर्मियों के लिए एक सम्मानजनक बोनस राशि की मांग रखी जाएगी।
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हालांकि, अंतिम रणनीति प्रबंधन की ओर से आए प्रस्ताव पर निर्भर करेगी।
BSP Workers’ Union अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता का NJCS पर हमला
वहीं, BSP Workers’ Union के अध्यक्ष श्री उज्ज्वल दत्ता ने एनजेसीएस नेताओं पर तीखा प्रहार किया।
उनका कहना है:
“अब कर्मियों को NJCS नेताओं से कोई उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। ये पूरी तरह नाकारा किस्म के लोग हैं, जिन्हें SAIL कर्मियों के दर्द से कोई लेना-देना नहीं है।”
इस बयान से यह साफ है कि SAIL की बोनस मीटिंग सिर्फ प्रबंधन बनाम यूनियन नहीं, बल्कि यूनियनों के बीच का टकराव भी उजागर करेगी।
विश्लेषण: BONUS फॉर्मूला का असर किन पर?
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भिलाई स्टील प्लांट (BSP) समेत सभी SAIL यूनिट्स के 40,000+ कर्मियों पर इसका सीधा असर होगा।
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समान्यतः बोनस जैसी राशि उत्पादन और मुनाफे से जुड़ी होने के कारण, यह कर्मियों के उत्साह और प्रोडक्टिविटी दोनों को प्रभावित करती है।
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अगर बोनस राशि पिछली बार से कम हुई, तो संभव है कि बड़े स्तर पर आक्रोश और विरोध देखने को मिले।
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इस बार कर्मियों की मांग साफ़ है की उन्हें प्रोडक्शन रिलेटेड पे दिया जाये। कर्मियों की इस मांग को BSL और RSP में हुए उग्र आंदोलन से बल मिला है।
- अब देखना यह है की क्या एनजेसीएस नेता कर्मियों की जायज मांग को उठाएंगे? या कर्मियों के सामने एक बढ़िया सा Skit यानी नाटकीय प्रस्तुति (प्रबंधन और NJCS) दिखा कर प्रबंधन द्वारा फेंकी गयी चिल्लर रूपी बोनस राशि को ले कर आ जायेंगे ??
कल की बैठक से क्या उम्मीद?
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यूनियनें ₹26,500 से ऊपर की राशि पर जोर देंगी।
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प्रबंधन संभवतः कंपनी की वित्तीय स्थिति और सेल्स रिपोर्ट का हवाला देगा। और घाटे जैसी बाते नेताओ को बताएगा, हालाँकि ये घाटे वाली बाते और वित्तीय स्तिथि अचानक ही फिर से अधिकारियो के PRP वितरण के समय स्वतः ही दुरुस्त हो जाएगी।
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कर्मी निराश होते हुए कहते है अब तो आदत सी हो गयी है इस खेल की।
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रिपोर्ट : – DIGITAL BHILAI NEWS